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शाहबाद
में विजिलेन्स टीम सैम्पल लेते हुए
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राकेश बैंस ने सूचित किया कि
कल विजिलेंस ब्यूरो ने शाहबाद (कुरुक्षेत्र) में जाँच के लिए सड़कों के निर्माण में प्रयोग हुए मटेरियल के सैंपल उठाये ! गौरतलब है
कि पिछले महीने हाई कोर्ट ने याचिकर्ता के वकील प्रदीप रापडिया की मामले में बहस
सुनने के बाद हरियाणा विजिलेंस
डिपार्टमेंट व विजिलेंस ब्यूरो को नोटिस ज़ारी करते हुए पूछा था कि मुख्यमंत्री के निर्देशों
के बावजूद मामले में जाँच आगे क्यों नहीं बढ़ रही ! राकेश बैंस ने अपने वकील के
माध्यम से आरोप लगाये थे कि शाहबाद की सड़कों के निर्माण में ना सिर्फ घटिया सामग्री
प्रयोग की गयी, बल्कि कुछ सड़कें सिर्फ कागजों में ही बनी दिखाकर ठेकेदार के बिल
पास कर दिए गए, हकीकत में वो सड़कें मौजूद ही नहीं हैं !
यह
जानकार ख़ुशी होती है कि केस में हाई कोर्ट के नोटिस देने मात्र से विजिलेंस ब्यूरो
ने अपना काम शुरू कर दिया, लेकिन गौर करने वाली बात है कि व्यक्ति अगर कोई व्यक्ति हाई कोर्ट तक ना
पहुँच पाए तो क्या पुलिस/ विजिलेंस ब्यूरो अपना काम नहीं करेगी? क्या मुख्यमंत्री के
निर्देशों के बावजूद भ्रष्ट अधिकारियों को मदद पंहुचाने के लिए सबूतों को मिटाने
का अभियान चलता रहेगा ? मामले की अगली सुनवाई हाई कोर्ट में मंगलवार छे अक्तूबर को
है, ज़ाहिर है विजिलेंस ब्यूरो हाई कोर्ट के सामने इस दलील के साथ पेश होना चाहती
है उन्होंने मामले पूरी कार्यवाही कर ली हैं !
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