My letter to all political parties on health issue
DATED: 07.01.2018
To,
1.
श्री अभय
चौटाला,
इंडियन नेशनल लोकदल
विपक्ष नेता, हरियाणा विधान सभा
2. श्री अशोक तंवर
अध्यक्ष, हरियाणा
प्रदेश कांग्रेस कमेटी
3. श्री
नवीन,
संयोज़क, आम आदमी पार्टी, हरियाणा यूनिट
4.
मायामती कुमारी
बहुजन समाज पार्टी
विषय: हरियाणा के सरकारी अस्पतालों की बदहाली पर सहयोग के लिए प्रार्थना !
श्रीमान जी,
इस पत्र के माध्यम से मैं अपने क्लाइंट्स की तरफ से व कैथल जिले का निवासी होंते के नाते मेरी व्यक्तिगत क्षमता
में कैथल जिले के
सरकारी हस्पतालों की बदहाली की तरफ ध्यान दिलाना चाहता हूँ । दरअसल मेरे गाँव बालू के
लोगों ने हस्पतालों की दुर्दसा पर कानूनी कार्यवाही करने के लिए सहयोग माँगा है !
लेकिन अदालत में जाने से पहले मैं लोकतंत्र में मुख्य निभानें वाले राजनितिक दलों
से, खास तौर से विपक्ष की भूमिका निंभाने वाले राजनितिक दलों से सरकारी हस्पतालों की
बदहाली पर आपका सहयोग चाहता हूँ, क्योंकि हर समस्या का समाधान अदालतें नहीं दे
सकती । आपको मैं बताना चाहता हूँ कि सूचना के
अधिकार के तहत प्राप्त की गई सूचना में चौंकाने वाले आंकड़े निकलकर आए हैं ! गाँव
बालू के सरकारी अस्पताल (PHC) में 25 पदों में से 22 खाली पड़े हैं और यहाँ एक भी
डॉक्टर नहीं है, गाँव बाता में 24 में से 15 पद खाली पड़े हैं, गाँव देवबन में 25
में से 11 पद खाली पड़े हैं । गाँव में प्राथमिक इलाज़ के बाद लोगों को इलाज़ के लिए
कलायत तहसील में स्थित बड़ा अस्पताल कहे जाने वाले सरकारी हस्पताल (CHC) की सुविधा
है लेकिन यहाँ पर भी 8 में से 6 डॉक्टरों की सीट खाली हैं और इसके अलावा 11 अन्य
पद खाली पड़े हैं । इन सब अस्पतालों में इलाज़ ना होने पर लोगों के पास आखिरी
अस्पताल जिले का मुख्य अस्पताल बचता है लेकिन यहाँ के अस्पताल की हालात तो और भी
बुरी है, यहाँ 36 डॉक्टरों के पद खाली पड़े हैं ! और तो और अस्पताल में एक भी सफाई
कर्मचारी व चोकीदार तक नहीं है! हरियाणा के अन्य जिलों के सरकारी अस्पतालों की भी
ऐसी ही बुरी हालात है । मज़बूरी में लोगों को इलाज़ करवाने के लिए प्राइवेट
अस्पतालों की शरण लेनी पड़ती है । सरकारी अस्पतालों की बदहाली की खबरें अक्षर अखबारों
व टेलीविज़न के माध्यम से पता चलती रहती हैं । 8 जून 2017 को
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में खबर छपी थी कि हरियाणा के सरकारी अस्पताओं में डॉक्टरों की
भारी कमी है, 781 पद लम्बे समय से खाली पड़े हैं और 200 डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग की
बिना इजाजत के छुटी पर हैं! क्या आपकी
राजनितिक पार्टियाँ स्वास्थ्य सुविधाओं की इतनी बुरी हालात से वाकिफ नहीं हैं?
उपरोक्त विषय में कैथल जिले के लोग हरियाणा के मुख्यमंत्री,
मनोहर लाल खट्टर व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को सरकारी अस्पतालों की खस्ता हालात
को सुधारने के लिए लगातार गुहार लगा रहे हैं और मैं खुद लीगल नोटिस देकर मामले की
गंभीरता के बारे हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को अवगत करवा
चुका हूँ, लेकिन कई महीने बीत जाने पर स्थिति जस की तस है !
शायद आपको ज्ञात हो कि लोगों को समस्याओं से मुक्ति दिलवाने के लिए लोकतंत्र
में सत्ता से बाहर दलों की भी सत्तासीन राजनितिक दल के बराबर की ही भूमिका होती है
। आज तक सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आपकी पार्टी व आपके कार्यकर्ताओं ने
कितने प्रदर्शन किए हैं?
इसलिए मैं इस पत्र के माध्यम से आप
सभी राजनितिक दलों से प्रार्थना करता हूँ कि हरियाणा के सरकारी अस्पतालों की
चरमराई हालात पर आन्दोलन खड़ा करके सरकार के ऊपर सभी खाली पड़े पदों को भरने के लिए
दबाव बनाने की मेहरबानी करें । लोगों को हर बात पर कोर्ट जाने के लिए मजबूर ना
करें।
DATED: 07/01/2018 (प्रदीप रापडिया)
एडवोकेट
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